फेडएक्स ने भारत में लघु व्यवसाय चलाने वाली महिलाओं और LGBTQIA+ उद्यमियों को समान अवसर और सशक्तिकरण में सहयोग प्रदान किया
फेडएक्स ने भारत में लघु व्यवसाय चलाने वाली महिलाओं और LGBTQIA+ उद्यमियों को समान अवसर और सशक्तिकरण में सहयोग प्रदान किया
मई 2024 के 100% सक्षम लाभार्थियों की आय में वृद्धि हुई, नियमित बचत अब उनकी वित्तीय दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है
21 नवंबर, 2024: दुनिया की प्रमुख एक्सप्रेस परिवहन कंपनी फेडरल एक्सप्रेस कॉरपोरेशन (फेडएक्स) ने यूनाइटेड वे मुंबई की "सक्षम" पहल के साथ जुड़कर एक जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिक के रूप में अपनी भूमिका को और मजबूत किया है। कंपनी छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने में हर वर्ग के लोगों को समान अवसर देने के लिए सहयोग कर रही है। स्थानीय मानवीय साझेदार के सहयोग से, फेडएक्स भारत की विविध और गतिशील अर्थव्यवस्था में आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए अल्पसंख्यक उद्यमियों को संसाधन, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान कर रही है।
वर्ष 2021 से सक्षम पहल, स्थानीय बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए सिलाई, खाद्य सेवाओं, और सौंदर्य सेवाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में छोटे व्यवसाय मालिकों को विशेष रूप से तैयार की गई व्यावसायिक किट प्रदान कर रही है। ये किट लाभार्थियों को स्थायी कारोबार स्थापित करने में मदद करती हैं। मई 2024 में हुए किट वितरण के बाद, यूडब्ल्यूएम के मूल्यांकन में इस पहल ने प्रभावशाली नतीजे दिए हैं।
· 38%—जिनके पास पहले आय का कोई स्रोत नहीं था—अब उनकी औसत वार्षिक आय 61,176 रुपये है।
· सालाना 15,000 रुपये से कम कमाने वालों में से 19% की कमाई औसतन 66,782 रुपये तक बढ़ गई है।
इस पहल ने LGBTQIA+ समुदाय के लिए गैर सरकारी संगठनों के वितरण के बाद किए गए मूल्यांकन के अनुसार परिवर्तनकारी नतीजे दिए हैं।
· शुरुआत में, LGBTQIA+ प्रतिभागियों में से 45% बेरोजगार थे। सक्षम में नामांकन के बाद, उनमें से 90% ने रोजगार हासिल कर लिया है या उन्होंने अपना रोजगार शुरू किया है।
· 68% अब निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं, जो मासिक रूप से 14,000-15,000 रुपये के बीच कमाते हैं, जबकि 23% ने सांस्कृतिक प्रदर्शन, सौंदर्य सेवाओं और सिलाई में सफल स्व-रोजगार उद्यम स्थापित किए हैं।
फेडएक्स के भारतीय परिचालन के वाइस प्रेसिडेंट सुवेन्दु चौधरी ने कहा, "छोटे और मध्यम उद्यम (एसएमई) आर्थिक विकास को गति देने वाली शक्ति हैं, लेकिन इसके बावजूद कई उद्यमियों के पास सफल होने के लिए संसाधनों की कमी है।" "सक्षम पहल" महिलाओं और LGBTQIA+ समुदाय के लोगों के लिए खासतौर पर बनाई गई है। इस योजना का मकसद इन लोगों को वह सब कुछ देना है जिसकी उन्हें जरूरत है ताकि वे अपना व्यापार बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। इस योजना के पीछे जो लोग हैं, वे चाहते हैं कि ये लोग भारत के छोटे-मोटे व्यापारों के क्षेत्र में आगे बढ़ें और देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने में मदद करें। वे चाहते हैं कि सभी लोगों को बराबर के मौके मिलें और देश का विकास सभी के लिए हो।’’
वर्ष 2021 में अपनी शुरुआत के बाद से, सक्षम पहल भारत में फेडएक्स ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप सीएसआर स्तंभ की आधारशिला रही है, जो वंचित समूहों को स्थायी आजीविका बनाने के लिए टूल्स के साथ सशक्त बनाती है। सक्षम के माध्यम से, फेडएक्स छोटे व्यवसायों को समर्थन देने के सरकार के प्रयासों के साथ जुड़कर आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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