टेक्नोलॉजी का लाभ उठाना, आँकड़ा-प्रेरित निर्णय-निर्धारण करना, और आपूर्ति श्रृंखलाओं का ज्‍यादा से ज्‍यादा लाभ उठाना बेहद ज़रूरी है।

 टेक्नोलॉजी का लाभ उठाना, आँकड़ा-प्रेरित निर्णय-निर्धारण करना, और आपूर्ति श्रृंखलाओं का ज्‍यादा से ज्‍यादा लाभ उठाना बेहद ज़रूरी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि परंपरागत किराना दुकानों के साथ बढ़ी हुई डिजिटल कनेक्टिविटी के माध्यम से सहयोग करने से परस्पर वृद्धि और बाज़ार के विस्तार के द्वार खुलेंगे। किराना की दुकानें हमारे देश की रिटेल बिक्री की रीढ़ हैं, और ये निकट भविष्य में प्रासंगिक बनी रहेंगी। लेकिन आधुनिक व्यापार और ई-कॉमर्स, विशेषकर क्विक-कॉमर्स काफी तेजी से आगे बढ़ेगा जैसा कि उपभोक्ताओं के व्यवहार में स्पष्ट बदलाव देखा जा रहा है। अब इस प्रकार के प्लैटफ़ॉर्म्‍स का प्रयोग केवल जोश में आकर खरीदारी करने और नियमित थोक खरीदारी के लिए भी नहीं हो रहा है।




 


टीमलीज़ सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ ऑफ़ स्टाफिंग, कार्तिक नारायण ने कहा कि, “रिपोर्ट से भारत के एफएमसीजी सेक्टर के विकासशील परिदृश्य में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा होता है। इसमें अवसरों और चुनौतियों से निपटने के लिए हितधारकों को बहुमूल्य रणनैतिक मार्गदर्शन प्रस्तुत किये गए हैं। टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का प्रयोग करने से लेकर कार्यबल गतिशीलता को संबोधित करने तक, संगठनों को बाज़ार के इस गतिशील वातावरण में फलने-फूलने के लिए फुर्ती और दूरदृष्टि अवश्य अपनाना चाहिए।”


 


टीमलीज़ सर्विसेज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड, बालासुब्रमणियन ए ने कहा कि, “मुंबई, बैंगलोर, चेन्‍नई, दिल्ली और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों में नियुक्त करने के इरादे में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी जा रही है। इस स्थिति में एफएमसीजी सेक्टर मजबूती से कार्यबल विस्तार और प्रतिभा अधिप्राप्ति करने को तैयार है। यह रुझान उद्योग कारोबारियों के लिए उभरते अवसरों का लाभ उठाने और प्रभावकारी रूप से परिचालनों को बढ़ाने का एक सकारात्मक नजरिये का संकेत है।”


 


उन्होंने आगे कहा कि, “एफएमसीजी कार्यबल में लैंगिक विषमता, जहाँ पुरुष सहयोगियों का अनुपात 90% से अधिक है, को देखते हुए उद्योग में लैंगिक विविधता और समावेशन को संरक्षण देने के लिए सुनियोजित और संगठित प्रयासों की ज़रुरत है। विविधता को अपनाने से न केवल नवाचार को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि एक ज्यादा न्यायसंगत कार्यस्थल के निर्माण हेतु वचनबद्धता भी दिखाई देती है।”


 


जैसा कि भारत का एफएमसीजी उद्योग एक निर्णायक मोड़ पर है, टीमलीज़ सर्विसेज की एफएमसीजी रिपोर्ट के निष्कर्ष उद्योग में कंपनियों को लगातार विकसित होते उपभोक्ता वस्तु बाज़ार में सतत् वृद्धि, नवाचार और सफलता की दिशा की ओर निर्देशित करते हैं।


 


रिपोर्ट के अनुसार, एफएमसीजी सेक्टर में प्रभावकारी आँकड़ा प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। कंपनियों के पास उपभोक्ताओं के भारी-भरकम आँकड़े हैं, जिनका अगर ठीक से विश्लेषण किया जाए तो वे बहुमूल्य और गहरी जानकारी प्रदान कर सकते हैं। इन जानकारियों के आधार पर नवाचार को आगे बढ़ाने और ग्राहक सहभागिता बेहतर करने में मदद मिलेगी। साथ ही, वैश्विक सफलता के लिए ब्रांड की सकारात्मक छवि बनाये रखना महत्वपूर्ण है और इसके लिए विभिन्न बाज़ारों में अलग-अलग विनियामक मानदंडों का सावधानीपूर्वक पता लगाना ज़रूरी है। रिपोर्ट में चुनौतियों को सूचीबद्ध करते हुए कहा गया है कि उद्योग को ऑनलाइन रिटेल में तेज प्रतिस्पर्धा से भी जूझना पड़ रहा है। नतीजतन, प्रमुख कंपनियों के लिए कीमतों की होड़ और और आरऐंडडी लागत में वृद्धि बढ़ रही है। इसके अलावा, सेक्टर के सामने जनरेशन एक्स, मिलेनियल्स, और जनरेशन जेड, जिनमें प्रत्येक की विशिष्ट पसंद और प्राथमिकताएं हैं, के साथ विविधतापूर्ण जनसांख्यिकी विस्तार की ज़रुरत पूरी करने की चुनौती मौजूद है।


 


टीमलीज़ सर्विसेज की रिपोर्ट में आज के गतिशील बाज़ार परिदृश्य में लगातार सफलता के लिए विनियामक जटिलताओं और उपभोक्ताओं की माँगों पर ध्यान देते हुए टेक्‍नोलॉजी, नवाचार, तथा रणनैतिक सहयोग अपनाने की बात कही गई है। साथ ही, यह भी सुझाया गया है कि संगठनों को उभरते अवसरों का लाभ उठाने एवं बाज़ार की अनिश्चितता के बीच प्रभावकारी रूप से आगे बढ़ने के लिए नियुक्ति को प्राथमिकता देने, संघर्षण को न्यूनतम करने तथा कार्यबल की उत्पादकता बढ़ाने पर अवश्य ध्यान देना चाहिए।

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